सितंबर, 2009 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं
Questions out of syllabus 1 ) इतिहास में 1632 से 1653 के दौरान बनी भव्य इमारत ताज महल के बारे में पढने को मिलता है, विज्ञान के विकास के बिना उस युग में इतनी बडी इमारत के बनने का विश्वास नहीं होता , आखिर राजस्थान से आगरे …
मेरे प्रोफाइल को विजिट करनेवाले अक्सर मुझे ईमेल भेजा करते हैं ... “ आपका प्रोफाइल देखा , पर आप तो ज्योतिष जैसे विषय पर लिखती हैं , जिसमें मेरी रूचि नहीं और उसके बारे में मुझे कोई जानकारी भी नहीं , इसलिए आपका ब्लाग नहीं पढ …
पाठकों को मैं बताना चाहूंगी कि अपने जीवन में कुछ दिनों तक जादू दिखाने का भी चस्का रहा मुझे। अपने जादू दिखाने की लिस्ट में से सबसे आसान और सबसे कठिन जादू के ट्रिक आपके लिए पेश कर रही हूं। आप भी ऐसी जादू कर सकते हैं। सबसे आसा…
मै चंद्रमा के जनसामान्य पर पडनेवाले प्रभाव को समझाते हुए लिख चुकी हूं कि पूर्णिमा और अमावस्या के दिन समुद्र में आनेवाले ज्वारभाटे से चंद्रमा के पृथ्वी पर प्रभाव की पुष्टि तो हो ही जाती है , भले ही वैज्ञानिक इसका कोई अन्य का…
पिछले वर्ष मेरे जन्मदिन पर बडे बेटे ने मेरे लिए अंग्रजी में एक पोएट्री लिखी थी , जो मैने अपने ब्लाग पर प्रकाशित कर तो दिया था , पर बेटे से एक वादा भी करवाया था कि वह मुझे अगले वर्ष हिन्दी में कविता लिखकर देगा। मात्र 10 दिनों …
जब मेरा बडा पुत्र आठवीं पास करने के बाद नवीं कक्षा में गया , उसने हमारे सामने हिन्दी छोडकर संस्कृत पढने की अपनी इच्छा जाहिर की। हमारे कारण पूछने पर उसने बताया कि बोर्ड की परीक्षा में हिन्दी में उतने नंबर नहीं आ सकते , जितने…
कई दिन पूर्व राजकुमार ग्वालानी जी के एक पोस्ट पर नजर गयी थी जिसमें लिखा गया था “ सितंबर का माह भी एक अनोखी सौगात लेकर आया है। इस माह में ट्रिपल नाइन का संयोग पडऩे वाला है। वैसे देखा जाए तो आप एक नहीं बल्कि दो-दो ट्रिपल ना…
पिछली पोस्ट पर मिली टिप्पणियों को देखते हुए महसूस हुआ कि अभी भी भृगुसंहिता से संबंधित संदर्भों में आगे बढने के लिए कुछ बातें स्पष्ट करना आवश्यक है। सबसे पहले सिद्धार्थ जोशी जी की टिप्पणी पर गौर करें .... अच्छा लॉजिक ह…