tag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post5925254263309077003..comments2023-10-13T16:53:53.961+05:30Comments on Gatyatmak Jyotish, Your guide to the future.: 29 अप्रैल को होने वाले विवाह संगीता पुरी http://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-75440010763711170412013-05-02T14:54:18.094+05:302013-05-02T14:54:18.094+05:30Sodh jaruri hai.....
Sodh jaruri hai.....<br />महेश कुमार वर्मा : Mahesh Kumar Vermahttps://www.blogger.com/profile/07187456741818075757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-22295396335284899372013-05-02T02:23:58.731+05:302013-05-02T02:23:58.731+05:30संगीता जी कभी समझ नहीं पाता हूं कि ऐसा क्यों होता ...संगीता जी कभी समझ नहीं पाता हूं कि ऐसा क्यों होता है। पहाड़ों से इस तरह की खबरें हमेशा आती हैं...फिर अक्षय तृतिया जैसे दिनों के बारे में तो मशहूर है कि इस दिन किसी तरह का मुहर्त का समय नहीं देखा जाता..पहाड़ों के बारे में तो समझता था कि चलो दुर्गम इलाके हैं..पर फिर ये समझ नहीं आता कि कुंडली का मिलान भी तो किया जाता है....क्या उससे इसका पता नहीं चलता....मुझे जो सबसे सटीक लगता है वो ये है कि किसी शुभ मुहर्ती में किसी खास या कई लोगो कि कुंडली में कोई मारक ग्रह होगा जो उनकी खुशी में खलल हर हाल में डालने की तैयारी में होगा..औऱ उस ग्रह को लोग नजरअंदाज कर देते होंगे औऱ कालांतर में इस तरह के ग्रह के प्रभाव को ने देखने की परंपरा सी बन गई होगी..Rohit Singhhttps://www.blogger.com/profile/09347426837251710317noreply@blogger.com