अपने लक्ष्य के प्रति मैं जितनी ही गंभीर रहती हूं और सफलता के लिए जितना ही प्रयत्न करती हूं , अपने सुख की चिंता उतनी ही कम रहती है। मुझे न तो ईश्वर से , न अपने परिवार से और न ही जान या पहचानवालों से कोई शिकायत रहती है। मुझपर …
3 और 4 फरवरी को मौसम से संबंधित मेरे द्वारा की गयी भविष्यवाणी सही हुई या गलत , इसका फैसला करना आसान तो नहीं । मध्य प्रदेश , छत्तीसगढ और राजस्थान में जैसा मौसम देखने को मिला , वो सामान्य नहीं था और इस कारण इन प्रदेशों में रह…
पिछले दिनों अपनी एक पोस्ट में मैने बताया था कि लेखक का नजरिया ही किसी कहानी को सुखात्मक या दुखात्मक बनाता है। जीवन के सुखभरे समय में जब कहानी का अंत कर दिया जाता है , तो उसे सुखात्मक और जीवन के दुखभरे समय में कहानी का अंत कर …
एक मजदूर के घर में कई दिनों से घर में खीर बनाने का कार्यक्रम बन रहा था , पर किसी न किसी मजबूरी से वे लोग खीर नहीं बना पा रहे थे। बडा सा परिवार , आवश्यक आवश्यकताओं को पूरी करना जरूरी था , खीर बनाने के लिए आवश्यक दूध और चीनी द…