tag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post6507633953674670069..comments2023-10-13T16:53:53.961+05:30Comments on Gatyatmak Jyotish, Your guide to the future.: चोर चोरी से तो जाए .. पर हेराफेरी से न जाए !!संगीता पुरी http://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-48734220226804657162010-06-30T20:23:49.610+05:302010-06-30T20:23:49.610+05:30बहुत रोचक संस्मरण,बहुत रोचक संस्मरण,Divyahttp://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-4118347795830281212010-06-28T23:42:07.050+05:302010-06-28T23:42:07.050+05:30सच कह रही है कि हमारी छोटी सी गलती इतनी बड़ी भी नही...सच कह रही है कि हमारी छोटी सी गलती इतनी बड़ी भी नहीं होती है लेकिन डर बड़ा होता है। बस आज के युग में एक परिवर्तन आ गया है कि आज डर ही नहीं है और कल सबकुछ डर ही था। अच्छा संस्मरण।ajit guptahttp://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-5278020883089419522010-06-28T19:45:46.239+05:302010-06-28T19:45:46.239+05:30सही बात कही आपने, मुझे भी आज से 18-19 पहले की बात ...सही बात कही आपने, मुझे भी आज से 18-19 पहले की बात है, मैने दूध मे आटा डाल दिया, और शांत हो कर बैठ गया, अम्मा जी ने पूछा कि आटा किसने दूध मे डाला तो शक की सूई मेरी तरफ, मेरी सफझ मे नही आया कि दूध भी सफेद और आटा भी अम्मा जी को पता कैसे चला कि दूध मे आटा डाला गया है। :)महाशक्तिhttp://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-80728004506865104752010-06-28T15:17:35.166+05:302010-06-28T15:17:35.166+05:30काफी रोचक और प्रेरणादायक संस्मरण :-)काफी रोचक और प्रेरणादायक संस्मरण :-)Bhavesh (भावेश )http://www.blogger.com/profile/14963074448634873997noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-81932144685445637902010-06-28T12:50:51.703+05:302010-06-28T12:50:51.703+05:30काफी मजेदार वर्णन है। अच्छा लगा पढ़करकाफी मजेदार वर्णन है। अच्छा लगा पढ़करराजकुमार सोनीhttp://www.blogger.com/profile/07846559374575071494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-45929822101198098592010-06-28T10:53:02.526+05:302010-06-28T10:53:02.526+05:30हा-हा-हाबढिया संस्मरणलेकिन हमने कभी कोई गलती हो जा...हा-हा-हा<br>बढिया संस्मरण<br>लेकिन हमने कभी कोई गलती हो जाने पर घरवालों से छुपाने की कोशिश नहीं की<br><br>प्रणामअन्तर सोहिलhttp://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-70011213133829371132010-06-28T05:30:06.598+05:302010-06-28T05:30:06.598+05:30बहुत रोचक संस्मरण, मजा आ गया पढकर ...वैसे मम्मी स...बहुत रोचक संस्मरण, मजा आ गया पढकर ...वैसे मम्मी से भी क्या डरना :-)राम त्यागीhttp://www.blogger.com/profile/05351604129972671967noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-85989806199329988022010-06-27T22:44:04.089+05:302010-06-27T22:44:04.089+05:30रोचक संस्मरण....पर आपने तो गलती भी सुधार ली...रोचक संस्मरण....पर आपने तो गलती भी सुधार ली...संगीता स्वरुप ( गीत )http://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-63106481678184823212010-06-27T22:26:05.321+05:302010-06-27T22:26:05.321+05:30रोचक और मजेदार संस्मरणरोचक और मजेदार संस्मरणM VERMAhttp://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-6122563854299789562010-06-27T21:24:52.337+05:302010-06-27T21:24:52.337+05:30घोर आश्चर्य यही तो मेरी भी आदत रही मगर फर्क एक है...घोर आश्चर्य यही तो मेरी भी आदत रही मगर फर्क एक है मेरी गलतियों के बाद सारे काम बिगड़े ही रहे फिर कभी बन न सके तो उन्हें अभिभावकों को बताने का मतलब ही नहीं रहा -शरारती ऐसा कि बारूद से पूरी हथेली जल गयी मगर क्या मजाल बड़ों को तनिक खबर भी लगे -एक माह तक मुट्ठी खोली ही नहीं जब तक ठीक नहीं हो गयी ..आश्चर्य कि किसी ने मुट्ठी जो बंद रहती है पर कैसे ध्यान नहीं दिया ...माँ -पिता से मैं दूर ही रहता ,बाबा जी नहलाते धुलाते थे मगर वे बहुत सीधे थे ..कभी पूछा ही नहीं बच्चे तेरी मुट्ठी में क्या है ....आज भी यह गाना डरा देता है ...<br> मगर आप तो पूरी उस्ताद निकली -गलती की और उसे दुरुस्त भी कर लिया -फिर वो गलती रही कहाँ ?Arvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-58421912743135508552010-06-27T21:07:18.695+05:302010-06-27T21:07:18.695+05:30हा हा बढ़िया संस्मरण बताया ,संगीता जी...मुझे भी एक...हा हा बढ़िया संस्मरण बताया ,संगीता जी...मुझे भी एक बार शौक चढ़ा था,सिलाई का और मैने भी यही गलती की...एक से ज्यादा बार...पर वो दोनों तरफ गलती से V नेक काटते ही मैं इतनी जोर का चिल्लाती " Ohh God!! ये क्या कर दिया.." कि सबको पता चल जाता....फिर तो मम्मी के हवाले...कि वो जैसे ठीक करें :)rashmi ravijahttp://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-50077084907118232052010-06-27T20:45:10.977+05:302010-06-27T20:45:10.977+05:30चोर चोरी से तो जाए , पर हेराफेरी से न जाए !ऐसी बअत...चोर चोरी से तो जाए , पर हेराफेरी से न जाए !<br>ऐसी बअत नहीं है। दरअसल बात यह है कि अच्छे लोग इसलिए अच्छे होते हैं, क्योंकि उन्होंने अपनी नाकामियों से काफी ज्ञान बटोरा है।मनोज कुमारhttp://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-25617328246238020242010-06-27T20:38:06.957+05:302010-06-27T20:38:06.957+05:30बहुत ही रोचक संस्मरण है!बहुत ही रोचक संस्मरण है!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंकhttp://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-51857237959625181742010-06-27T20:20:50.447+05:302010-06-27T20:20:50.447+05:30आपके अंदर बचपन से ही कठिन परिस्थियों से जुझने का म...आपके अंदर बचपन से ही कठिन परिस्थियों से जुझने का माद्दा है। <br><br>इस संस्मरण से यही पता चलता है।<br><br>प्रेरणादायक संस्मरण <br><br>आभारललित शर्माhttp://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.com