tag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post8280373811968653088..comments2023-10-13T16:53:53.961+05:30Comments on Gatyatmak Jyotish, Your guide to the future.: आदर्शवादी सास की बहू ...संगीता पुरी http://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-75835955271565346302011-03-10T01:08:38.702+05:302011-03-10T01:08:38.702+05:30प्रिय संगीता पुरी जी हार्दिक अभिनन्दन --आप सब का स...प्रिय संगीता पुरी जी हार्दिक अभिनन्दन --आप सब का समर्थन मिलता रहा तो सामाजिक दर्द -हंसी ख़ुशी में भाग हम नियमित लेते रहेंगे -हमारे ब्लॉग पर आप आई ख़ुशी हुयी -कृपया आयें और नए लोगों का इस क्षेत्र में मनोबल बढ़ाएं -<br>शुक्लाभ्रमर५ <br>हमारे अन्य ब्लॉग व् थ्रेड्स -भ्रमर का दर्द,भ्रमर,रस-रंग, नारी, पगली,पतंग, कोयला, घाव बना नासूर <br>संगीता जी बहुत सुन्दर पोस्ट , ब्लॉग -आप का रचना व बिभिन्न अन्य लेख सरस्वती पूजा पर पुरानी यादें -बहुत भाया -शुभकामनायेंsurendrashuklabhramarhttp://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-8736882969580762532011-02-03T10:45:03.712+05:302011-02-03T10:45:03.712+05:30बहुत अच्छे हर बात एक सटिक व्यंग है !--------मेरी ब...बहुत अच्छे हर बात एक सटिक व्यंग है !<br>--------<br>मेरी बदमाशियां......<br>http://rimjhim2010.blogspot.com/Coralhttp://www.blogger.com/profile/18360367288330292186noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-18091444356048891802011-02-02T11:39:53.596+05:302011-02-02T11:39:53.596+05:30रोचक !मूंग दलने वाली बहुत सी बहुएं देख ली हैं अब त...रोचक !<br>मूंग दलने वाली बहुत सी बहुएं देख ली हैं अब तो !वाणी गीतhttp://www.blogger.com/profile/10839893825216031973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-88139508844799808292011-02-01T16:26:23.350+05:302011-02-01T16:26:23.350+05:30रोचक कविता है.हम अपने सिवा सबसे आशा करते हैं.फिर ह...रोचक कविता है.<br>हम अपने सिवा सबसे आशा करते हैं.फिर हाथ लगती है निराशा की पोटली.समझदार बहू है. सास को खुश होना चाहिए.<br>घुघूती बासूतीMired Miragehttp://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-19225914523569074182011-02-01T13:01:26.130+05:302011-02-01T13:01:26.130+05:30बहुत ही मजेदार रचना है..इतना कुछ मिलने के बाद भी स...बहुत ही मजेदार रचना है..इतना कुछ मिलने के बाद भी सासू माँ की आँखे पोटली पर लगी थीं...बहू भी सेर को सवा सेर ही थी...आनंद आ गया पढ़कर.rashmi ravijahttp://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.com