मक्खन पहली बार शहर जा रहा था , मक्खनी को भय था कि वहां मक्खन बेवकूफ न बन जाए, क्यूंकि उसने सुना था कि वहां के लोग गांववालों को बहुत बेवकूफ बनाते हैं' 'शहर से लौटकर मक्खन ने बताया कि वो खामख्वाह ही उसे बेवकूफ समझ…
एक कथा में कहा गया है कि पूरी धरती को जीतने वाला एक महत्वाकांक्षी राजा अधिक दिन तक खुश न रह सका , क्यूंकि वह चिंतित था कि आपनी बेटी की शादी कहां करे , क्यूंकि इस दुनिया का प्रत्येक व्यक्ति न सिर्फ अपनी बेटियों का विवाह अ…
दिल्ली यात्रा के दौरान सबसे अधिक मौका भतीजे भतीजियों के साथ रहने का मिला। ये है साढे चार वर्षीय यूरी सेठी , तीन वर्ष की उम्र तक खाना ही नहीं जानती थी , सिर्फ दूध पीकर या दूध में कोई खाद्य पदार्थ पीसकर गटकती रही। आजकल किसी तरह एक…
अपने तो हमेशा प्रशंसक होते हैं , इसलिए उसकी प्रशंसा आपको उतना सुख नहीं दे सकती , जितना एक विरोधी के द्वारा आपकी प्रशंसा किए जाने पर होता है। एक विरोधी के द्वारा प्रशंसा किए जाने का अर्थ है कि आप सही राह चल रहे हैं , जो आपका आत्…