कल दिब्या श्रीवास्तव जी के लेख मनचाही संतान कैसे प्राप्त करें के पोस्ट होने के बाद से ही ब्लॉग जगत में हमारे देश के परंपरागत तकनीकों के विरोध के स्वर मुखरित हो रहे हैं। पोस्ट के विवादास्पद होने का कारण यह विषय नहीं , व…
कल मैने एक लोकोक्ति पोस्ट की थी और पाठकों से उसका अर्थ पूछा था .. आत न आर्द्रा जो करे , जात न जोडे हस्त। एतै में दोनो गए , पाहुन और गृहस्थ !! बहुत सारे रोचक जबाब आए ... पाठकों का बहुत आभार ... आप भी देखिए उनके जबा…
गांव में बोली जाने वाली एक लोकोक्ति की याद आ गयी , पाठकों से निवेदन है कि इसका अर्थ स्पष्ट करें ..... आत न आर्द्रा जो करे , जात न जोडे हस्त। एतै में दोनो गए , पाहुन और गृहस्थ !!
जब से मैने चिट्ठा लिखना शुरू किया है , 'गत्यात्मक ज्योतिष' की दृष्टि से ग्रहों के आधार पर जो आनेवाला मौसम होना चाहिए , उसके बारे में मैं अक्सर आलेख लिखा करती हूं। वैसे नियमित तौर पर पढनेवाले पाठक ही समझते होंगे कि म…