अभी तक आपने पढा .. जब बच्चे छोटे थे , तो जिस कॉलोनी में उनका पालन पोषण हुआ , वहां दूध की व्यवस्था बिल्कुल अच्छी नहीं थी। दूधवालों की संख्या की कमी के कारण उनका एकाधिकार होता था और दूध खरीदने वाले मजबूरी में सबकुछ झेलने …
अभी तक आपने पढा ... बोकारो में आने के तुरंत हमलोगों को अखबार की जरूरत पड गयी थी , ताकि रोज की खबरों पर नजर रखी जा सके , क्यूंकि उस समय हमारे पास टी वी नहीं था। रेडियो का तो तब शहरों में समय ही समाप्त ही हो चुका था। पडोस में …
पिछले तीन आलेखों में आपने पढा कि किन परिस्थितियों में हमें तीन चार महीनों में तीन घर बदलने पडे थे , सेक्टर 4 के छोटे से क्वार्टर में पहुंच चुके थे। यहां आने के बाद हमलोग यहां के माहौल के अनुरूप धीरे धीरे ढलते जा रहे थ। यहां आ…
बोकारो स्टील सिटी के मेरे अपने अनुभव की पिछली तीनों कडियां पढने के लिए आप यहां , यहां और यहां चटका लगाएं , अब आगे बढते हैं। कॉपरेटिव कॉलोनी के प्लाट नं 420 में अभी साफ सफाई और सेटिंग में व्यस्त ही थे कि बोकारो के निक…