आशीष खंडेलवाल जी ने अपनी एक पोस्ट में रचनाओं को चोरी से बचाने के लिए कुछ टिप्स दिए थे , जिससे टेक्सट कॉपी नहीं किया जा सकता था। इसका प्रयोग कुछ दिन मैने भी किया था , फिर किसी सज्जन के अनुरोध पर अपने लेखों के प्रयोग करने की …
बचपन की गल्तियों में मार पडने की बात तो लोग भूल चुके होंगे , आज के बच्चों को डांट फटकार भी नहीं की जाती। माता पिता या अन्य बडे किसी काम के लिए मना कर दिया करते हैं , तो बच्चों का नाराज होना स्वाभाविक है। पर यदि शुरूआती दौर …
पिछले आलेख में राज भाटिया जी की टिप्पणी मिली । उन्होने पूछा कि एक बात पुछनी थी कि कुंडली के क्या लाभ ओर क्या हानियां हैं। इस बारे जरुर लिखे, हमारी बीबी कहती है कि बच्चो की कुंडली बनवा ले ? तो मै कहता हूं कि क्या लाभ ?? इस …
प्रकृति में जो घटनाएं निरंतर नियमित तौर पर देखी जाती है , उसमें तो हम सहज विश्वास कर लेते हैं। चूकि घटनाएं किसी न किसी नियम के हिसाब से होती हैं , इसलिए इन नियमों को ढूंढ पाने की दिशा में हमं सफलता भी मिलती जाती है और इसी क…